छोटी सी मुलाकातः हमीरपुर में नारी सदन बनाऊंगी
कब पता चला कि जीवन में कृषि से बेहतर कोई विकल्प नहीं?महिला मंडल की प्रधान बनने पर महिलाएं समस्याएं लेकर आई। इनमें अधिकतर दो वक्त के खाने की समस्याएं थी। वहीं से सबक मिला की जब जमीन है तो उस पर ऐसी फसल उगाने में संघर्ष हो की दो वक्त की रोटी का जुगाड़ हो…