छोटी सी मुलाकातः हमीरपुर में नारी सदन बनाऊंगी

कब पता चला कि जीवन में कृषि से बेहतर कोई विकल्प नहीं?महिला मंडल की प्रधान बनने पर महिलाएं समस्याएं लेकर आई। इनमें अधिकतर दो वक्त के खाने की समस्याएं थी। वहीं से सबक मिला की जब जमीन है तो उस पर ऐसी फसल उगाने में संघर्ष हो की दो वक्त की रोटी का जुगाड़ हो…

महिलाओं को जागरुक करती अंजना

कृषि के प्रति महिलाओं को जागरुक कर हमीरपुर की महिला ने एक नया आयाम स्थापित किया है। वर्ष 2012 में शुरू हुए इस जागरुक अभियान की सफलता यहॉं तक पहुंची कि राज्य के दस जिलों की पांच हजार महिलाओं ने सबसिडी पर मिलने वाले राषन की इच्छा छोड़कर सब्जी उत्पादन का कार्य शुरू कर दिया।हमीरपुर…